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द गर्ल इन रूम 105–३५

इंस्पेक्टर तेजी से नोट्स लेते रहे।

"क्या इसलिए ही आप हॉस्पिटल में हैं?"

'हां, मैं अपोलो में हूं। लेकिन मैं आज उसके बर्थडे पर दिल्ली आने वाला था... और...' वह रुक गया। हमें फ़ोन पर उसके सुबककर रोने की आवाज़ सुनाई दी। रघु, मेरा सबसे बड़ा दुश्मन, रो रहा था, लेकिन मुझे इससे अच्छा नहीं लगा। इंस्पेक्टर ने कुछ देर रघु को रोने का मौका दिया और फिर कहा, 'मैं समझ सकता हूं कि आप बहुत डिस्टर्ड हैं। मैं अभी फ़ोन रख रहा हूं। लेकिन हमें बाद में बात करनी होगी। टेक केयर ।'

इंस्पेक्टर ने कॉल काट दी। कांस्टेबल अंदर आया।

'सर, फोन रिकॉर्ड्स कल तक आ जाएंगे। लेकिन उन्होंने यह ज़रूर कन्फर्म कर दिया है कि बीती रात मिस्टर रघु के सेल टॉवर की लोकेशन हैदराबाद की ही थी।' "हां, अभी वो वहां एक हॉस्पिटल में भर्ती है.' राणा ने कहा और फिर मेरी ओर मुड़े। तो क्या तुम पूरे दिन जमाई राजा की तरह मेरे ऑफ़िस में ही डेरा जमाए रहोगे? जाओ, बाहर जाकर बैठो।' "जी, सर, मैंने कहा और कमरे से बाहर जाने के लिए उठ खड़ा हुआ।

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